आज कल मुझे अपना पता नहीं है
भीड़ बहुत है पर कोई अपना नहीं है
रुकता हूं सुनता हूं समझता हूं सब कुछ
समझाऊं किसे कोई समझता नहीं है
April 30, 2023
आज कल मुझे अपना पता नहीं है
भीड़ बहुत है पर कोई अपना नहीं है
रुकता हूं सुनता हूं समझता हूं सब कुछ
समझाऊं किसे कोई समझता नहीं है
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