कितना मुश्किल है कितना आसान नहीं मालूम
वक़्त ये जो चल रहा है उसे बिताए कैसे
उसे ख़बर है भी या हम है ख्वाब में नहीं मालूम
बातें दिल की हम उसको बताए भी कैसे
वो है भी या ये गफलत है ज़ालिम नहीं मालूम
खुद से भी छुपाए तो अब ये छुपाए कैसे
उम्मीद करें तो अच्छा है या बुरा नहीं मालूम
दिल की उम्मीद मिटाए तो मिटाए कैसे
वो कहते है फिक्र नहीं उनको मुझे नहीं मालूम
वो जो कहते है हम करके दिखाएं कैसे
कुछ है बाकी या ख़तम हो गया सब नहीं मालूम
ये फैसला हम खुद को सुनाए कैसे