अब खुद पर थोड़ी रहमत करते है
चलो फिर से हम मोहब्बत करते है
जो हुआ है वो ना बदलेंगे हम
जो होना है उसे तो मुकम्मल करते है
चलो फिर से हम मोहब्बत करते है
वो जो शख्स तुम्हे याद है उसे भूल जाते है
थोड़ा मुश्किल है लेकिन इतना तो कर जाते है
नाराज़गी जो खुद से है उसे ख़तम करते है
अब और ना हम खुद पर सितम करते है
चलो फिर से हम मोहब्बत करते है