सब कुछ मैं समझ रहा हूं
सीने में आग लिए धधक रहा हूं
मशवरा है मुफ्त में ले जाओ
इश्क़ करके जहन्नुम में जल रहा हूं
तुमसे जुदा होने की आखिरी कोशिश कर रहा हूं
कहीं ना कहीं खुद से ही मैं डर रहा हूं
वैसे तो तुम और मैं साथ नहीं अरसे से
इस बार तो मैं दिल से ही उतर रहा हूं
ये लोग कहते है मैं बिगड़ रहा हूं
अधूरी ही सही मोहब्बत तो कर रहा हूं
बेवफ़ाई ये लोग जो कर जाते है करने दो
तुमसे नहीं मैं खुदा से डर रहा हूं