Local kalakar

कुछ लोग याद बहुत आते है

कुछ लोग याद बहुत आते है

कहने को वो साथ नहीं होते

उनके दिल में भी जज्बात नहीं होते

पर फिर भी वो साथ नजर आते है

कुछ लोग याद बहुत आते है

सवाल बहुत है पर हम पूछ नहीं पाते है

जाने कितनी दफा हम खुद को समझाते है

अपनों के तो अब चेहरे भी समझ नहीं आते है

फिर भी हम शिद्दत से यारी निभाते है

जाने अनजाने जब कभी वो नजर आते है

ज़माने की छोड़ो ज़ालिम हम तो खुद को भूल जाते है

और फिर जब हम ख्वाबों से बाहर आते है

कुछ लोग फिर से याद बहुत आते है

Next Post

Previous Post

Leave a Reply

© 2025 Local kalakar

Theme by K Techno